कलेक्टर मनीष सिंह ने कल व्यवस्था को अंतिम रूप दिया। अहमदाबाद की घटना से सबक लेते हुए तय हुआ कि सब्जी पैक होने से पहले उसे सैनिटाइज किया जाएगा। जितने भी लोग इस काम में लगेंगे सभी को कैप, ग्लव्ज और मास्क लगाना अनिवार्य है। आने पर उन्हें सैनिटाइज किया जाएगा।
ये व्यवस्था प्रशासन करके देगा। सिंह ने सभी व्यापारियों को साफ कर दिया कि सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा। वे माल पैक करके किराना दुकानवालों को देंगे। इसके लिए दुकानदार एक दिन पहले उन्हें पैकेट की संख्या बताएंगे। किरानेवाले दस रुपए डिलेवरी चार्ज लेंगे और व्यापारी को १४० रुपए ही मिलेंगे।
ये मिलेगी सब्जी
पैकेट में २०० ग्राम धनिया, २०० ग्राम मिर्ची, १०० ग्राम अदरक, दो नीबू, 1 किलो लौकी, 500 ग्राम भिंडी, 1 किलो टमाटर और एक अन्य कोई भी लोकल सब्जी, जिसमें पालक, बैंगन, गोभी, ककड़ी या गाजर होगी। गौरतलब है कि व्यापारियों के लिए ये घाटे का सौदा है। सिंह ने साफ कर दिया कि सारी सब्जी अच्छी होना चाहिए।
खराब को पहले ही छांटकर अलग कर दिया जाएगा। कुछ व्यापारियों के सवाल करने पर सिंह का कहना था कि एक माह मत कमाओ, ये सेवा ही कर लो। इस पर मंडी के अध्यक्ष सुंदरदास माखीजा ने सभी व्यापारियों की तरफ से अच्छी सब्जी देने का आश्वासन दिया।
छह सेक्टर बनाए, प्रत्येक की टीम होगी अलग
सब्जी के लिए छह सेक्टर बनाए गए हंै। प्रत्येक सेक्टर में ८० कर्मचारी होंगे। एक थोक व्यापारी के साथ १२ अन्य छोटे व्यापारी व दलालों को शामिल किया गया है। सारी व्यवस्था में जोनल अधिकारी व्यापारियों की मदद करेंगे। इधर, अवैध रूप से कोई दूसरी गाड़ी आती है तो उसे जब्त कर लिया जाएगा। माल बुलाने व भेजने वालों पर आपराधिक मुकदमा भी दर्ज होगा।